💝Mere Masih Khudavan Mere / मेरे मसीह, ख़ुदावन् मेरे Christian Song Lyrics
👉Song Credits:💕
Song: Mere Masih Khudavan Mere
Lyricist & Composer: Biswajit Debbarma
Hindi Lyrics by Nelson & Ps. Samuel Minj
Artist : Chandra Debbarma
Audio and Video Produced at: KR Records
👉Lyrics:🙋
Mere Masih, Khudavan mere
Mera bharosa hai woh
Mere haathon ko woh thamkar
Raah.. dikhata mujhko
Mere premi, Khudavan mere
Mere kareeb hai Woh
Apne haathon se woh thaamkar
Mujhko.. chalata saath woh
Chorus.. :
Andheri raahon mei bhatak jaun jab
Raah banata hai Woh..
Saitan ki har ek saazish se chhudakar
Mujhko bachata hai Woh..
Stanza 1.
Prem Tera Teri daya
RaKkhe mehfooz mujhko sada
Har halaton mei
Sang Woh khada
Karta hai sada hifazat mera
Tu hai sabse bhala o mere Yeshua ....2
Ending Verse
Mere Maish Mere Pita....
Tu hi ha sabse bhala.....
Pyare Masih mere Khuda ..
Tuhi hai sabse bhala...
हिंदी👈
मेरे मसीह, ख़ुदावन् मेरे
मेरा भरोसा है वो
मेरे हाथों को वो थम्कर
राह..दिखाता मुझको
मेरे प्रेमी, खुदावन मेरे
मेरे करीब है वो
अपने हाथों से वो ठुमकर
मुझको.. चलता साथ वो
सहगान.. :
अँधेरी राहों में भटक जाऊँ जब
राह बनता है वो..
शैतान की हर एक साजिश से छुड़ाकर
मुझको बचाता है वो..
श्लोक 1.
प्रेम तेरा तेरी दया
रक्खे महफ़ूज़ मुझको सदा
हर हालत में
संग वो खड़ा
करता है सदा हिफाज़त मेरा
तू है सबसे भला ओ मेरे येशुआ....2
समापन श्लोक
मेरे मैश मेरे पिता....
तू ही हा सबसे भला....
प्यारे मसीह मेरे खुदा..
तुही है सबसे भला...
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👉The divine message in this song👈
"मेरे मसीह, ख़ुदावन् मेरे" — यह गीत केवल एक साधारण भजन नहीं है, बल्कि यह एक आत्मीय, गूढ़ और व्यक्तिगत संवाद है जो एक विश्वासी अपने उद्धारकर्ता येशु मसीह के साथ करता है। यह गीत प्रेम, भरोसा, सुरक्षा, और विश्वास की गहराइयों को छूता है।
1. गीत का सार — व्यक्तिगत और जीवंत संबंध
गीत का प्रारंभ "मेरे मसीह, खुदावन् मेरे, मेरा भरोसा है वो" जैसे शब्दों से होता है, जो सीधे तौर पर श्रोता के दिल को छू जाता है। यहां 'मसीह' को केवल एक धार्मिक आकृति के रूप में नहीं देखा गया है, बल्कि एक निकटतम साथी, मार्गदर्शक, और पालक पिता के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
यह एक ऐसे विश्वास की अभिव्यक्ति है, जो कठिनाइयों में, अकेलेपन में और संघर्षों में भी डगमगाता नहीं, क्योंकि मसीह हाथ थामकर साथ चलने वाले हैं।
2. हाथ थामकर चलने वाला मसीह
"मेरे हाथों को वो थामकर, राह दिखाता मुझको" — यह पंक्ति प्रभु के साथ हमारे चलने के अनुभव को दर्शाती है। जीवन में जब हम भ्रमित होते हैं, जब राहें अंधकारमय होती हैं, तब प्रभु स्वयं हमारे हाथों को थामते हैं।
यह छवि बाइबिल की उस सच्चाई को प्रकट करती है जो यशायाह 41:13 में लिखी है:
"मैं तेरा परमेश्वर यहोवा तेरा दाहिना हाथ थामे रहता हूँ और कहता हूँ, ‘मत डर, मैं तेरी सहायता करूंगा।’"
3. मसीह का प्रेम: निकटता और संगति
"मेरे प्रेमी, खुदावन मेरे, मेरे करीब है वो" — यह भाव एक अंतरंग और निजी संबंध की अभिव्यक्ति है। मसीह हमारे दूर नहीं, बल्कि हमारी हर साँस, हर संघर्ष, हर आंसू के बेहद करीब हैं।
यह भाग हमें याद दिलाता है कि मसीह केवल स्वर्ग का राजा नहीं, बल्कि हमारे जीवन के साथी हैं। हम चाहे कितने भी अकेले हों, मसीह कभी हमें नहीं छोड़ते।
4. अंधेरी राहों में प्रकाश
गीत के सहगान में लिखा है:
"अँधेरी राहों में भटक जाऊँ जब, राह बनता है वो.."
यह पंक्ति सीधे तौर पर भजन संहिता 119:105 की ओर इशारा करती है:
“तेरा वचन मेरे पांव के लिये दीपक, और मेरी राह के लिये उजियाला है।”
अंधकार केवल भौतिक नहीं होता, यह मानसिक, भावनात्मक और आत्मिक भी होता है। लेकिन जब प्रभु हमारे साथ होते हैं, तो वे न केवल मार्ग दिखाते हैं, बल्कि मार्ग स्वयं बन जाते हैं।
5. शैतान की चालों से उद्धार
"शैतान की हर एक साजिश से छुड़ाकर, मुझको बचाता है वो.."
यह गाना न केवल प्रेम के बारे में है, बल्कि सुरक्षा के बारे में भी है। बाइबिल में यह स्पष्ट किया गया है कि शैतान हर समय हमारे विरुद्ध योजनाएं बनाता है, लेकिन मसीह की सामर्थ्य से हम बचाए जाते हैं।
2 थिस्सलुनीकियों 3:3 में लिखा है:
“परन्तु प्रभु सच्चा है; वह तुम्हें स्थिर करेगा और दुष्ट से बचाए रखेगा।”
6. श्लोक 1: कृपा और सुरक्षा
"प्रेम तेरा, तेरी दया, रखे महफ़ूज़ मुझको सदा"
मसीह का प्रेम और दया वह कवच हैं जो हमें संसार की कठिन परिस्थितियों से सुरक्षित रखते हैं। यह केवल शारीरिक सुरक्षा नहीं, बल्कि आत्मिक सुरक्षा की भी बात है। हर परिस्थिति में मसीह का साथ — यह विश्वास का केंद्र बिंदु है।
यहाँ पर "महफ़ूज़" शब्द बहुत प्रभावशाली है — यह दिखाता है कि मसीह की कृपा से हम हमेशा एक आध्यात्मिक सुरक्षा कवच में रहते हैं।
7. "हर हालत में संग वो खड़ा" – निरंतर संगति
मसीह की यह उपस्थिति अस्थायी नहीं है, बल्कि सदैव की संगति है। जैसे इब्रानियों 13:5 कहता है:
“मैं तुझे कभी नहीं छोडूंगा, और कभी न त्यागूंगा।”
यह हमें भरोसा दिलाता है कि चाहे जीवन में कितने भी तूफ़ान आएं, मसीह का हाथ हमेशा हमारे साथ रहेगा।
8. अंत की पंक्तियाँ – मसीह ही सबकुछ हैं
"मेरे मसीह, मेरे पिता… तू ही है सबसे भला"
यह भाग इस गीत का चरमोत्कर्ष है। मसीह को पिता की तरह देखना — यह गहरे आत्मीय संबंध को दर्शाता है। पिता का प्रेम, संरक्षण और मार्गदर्शन — मसीह के स्वरूप में हमें सब कुछ मिलता है।
यह गीत अंत में मसीह की श्रेष्ठता को स्वीकार करता है। "सबसे भला" — इसका अर्थ है, कोई और नहीं, केवल मसीह ही हमारी आत्मा की अंतिम तृप्ति हैं।
निष्कर्ष
“मेरे मसीह, खुदावन मेरे” गीत एक प्रेमपूर्ण पुकार है, एक नर्म प्रार्थना है, और एक विश्वास की गवाही है। इसमें:
-
मसीह के साथ व्यक्तिगत संबंध की गहराई है,
-
उनकी सुरक्षा और उद्धार की सच्चाई है,
-
और उनके प्रेम की मधुर अनुभूति है।
यह गीत केवल सुनने का नहीं, जीने का है — क्योंकि जब कोई विश्वासी इस गीत को गाता है, तो वह केवल शब्द नहीं बोलता, वह अपने जीवन का अनुभव साझा करता है।
इस गीत के माध्यम से हमें याद आता है कि हम अकेले नहीं हैं, और होंगे भी नहीं — क्योंकि मसीह हमारे साथ हैं, हमेशा, अंत तक।
यीशु मसीह हमारे जीवन के मार्ग दर्शक हैं। गीत में कहा गया है, "मेरे हाथों को वो थामकर राह दिखाता मुझको" — यह भजन संहिता 32:8 के अनुसार है, जिसमें लिखा है, "मैं तुझे बुद्धि दूंगा, और जिस मार्ग में तुझे चलना होगा वह सिखाऊंगा। मैं तुझ पर दृष्टि रखकर सम्मति दिया करूंगा।"
*साथ चलने वाला परमेश्वर*
"मेरे प्रेमी, खुदावन् मेरे, मेरे करीब है वो" पंक्ति हमें यह स्मरण दिलाती है कि यीशु केवल आकाश का राजा नहीं, बल्कि एक मित्र, एक प्रेमी, और हर परिस्थिति में हमारे साथ चलने वाला प्रभु है। यीशु ने स्वयं कहा (मत्ती 28:20), "मैं जगत के अंत तक तुम्हारे संग हूँ।"
*अंधेरे में प्रकाश*
गीत में जब कहा जाता है, "अंधेरी राहों में भटक जाऊँ जब, राह बनता है वो," तो यह यशायाह 42:16 का चित्र प्रस्तुत करता है: "मैं अंधों को ऐसी राह पर ले चलूंगा जिसे वे नहीं जानते, और जिन पथों से वे अपरिचित हैं उन पर उन्हें ले जाऊंगा। अंधकार को उनके आगे उजियाला कर दूंगा।"
*सुरक्षा और छुटकारा*
गीत का एक महत्वपूर्ण भाव है "शैतान की हर एक साजिश से छुड़ाकर, मुझको बचाता है वो।" यह प्रेरित पौलुस की पत्रियों में बार-बार आता है, विशेष रूप से 2 थिस्सलुनीकियों 3:3 में: "परन्तु प्रभु विश्वासयोग्य है, वह तुम्हें स्थिर करेगा और उस दुष्ट से बचाएगा।"
*प्रेम और दया की छाया*
गीत का पहला श्लोक परमेश्वर की करुणा और दया को उजागर करता है — "प्रेम तेरा, तेरी दया, रखे महफूज़ मुझको सदा।" यह भजन संहिता 23 और 91 का सारांश है, जिसमें बताया गया है कि कैसे प्रभु अपने बच्चों को हर संकट से सुरक्षित रखते हैं।
*संपूर्ण विश्वास का चित्र*
गीत का समापन हमें प्रभु की भलाई का स्मरण दिलाता है: "तू ही है सबसे भला।" यीशु मसीह ही सच्चे प्रेम और भलाई का स्रोत हैं। यह हमें प्रेरित याकूब 1:17 की ओर ले जाता है: "हर एक अच्छी दान और हर एक उत्तम वरदान ऊपर से है, जो ज्योतियों के पिता की ओर से मिलता है।"
*निष्कर्ष*
"मेरे मसीह, खुदावन् मेरे" गीत एक विश्वासी के जीवन की वास्तविकता को प्रकट करता है। यह बताता है कि कैसे हर अवस्था में, चाहे अंधकार हो या संकट, प्रेम हो या पीड़ा — यीशु मसीह सदा साथ हैं। यह गीत हमें आमंत्रण देता है कि हम भी अपने जीवन की बागडोर उन्हें सौंपें और उनकी भलाई, दया और प्रेम का अनुभव करें।
*“मेरे मसीह, खुदावन् मेरे” गीत पर 400 शब्दों में आध्यात्मिक व्याख्या (बिना कॉपीराइट के)*
"मेरे मसीह, खुदावन् मेरे" एक अत्यंत भावनात्मक और आत्मिक गीत है जो एक विश्वासी के विश्वास, प्रेम और निर्भरता को येशु मसीह पर दर्शाता है। यह गीत न केवल एक भक्ति की अभिव्यक्ति है, बल्कि एक जीवनमूल्य की तरह काम करता है जो कठिन परिस्थितियों में भी प्रभु की उपस्थिति और संरक्षण की अनुभूति कराता है।
गीत की शुरुआत में ही यह स्पष्ट हो जाता है कि येशु मसीह को एक भरोसेमंद मार्गदर्शक और सहारा मानकर सम्बोधित किया गया है:
*"मेरे मसीह, खुदावन् मेरे, मेरा भरोसा है वो"*— यह वचन हमें नीतिवचन 3:5-6 की याद दिलाता है:
यह गीत यह दर्शाता है कि जब जीवन की राह अंधकारमय हो जाती है, जब मनुष्य भ्रम में पड़ता है, तब प्रभु येशु मार्ग दिखाते हैं, हाथ पकड़कर आगे बढ़ाते हैं:
*"मेरे हाथों को वो थामकर, राह दिखाता मुझको"* — यह भजन 23:3-4 के साथ मेल खाता है:
*“वह मेरे प्राण को पुनःस्थापित करता है; वह अपने नाम के निमित्त धर्म के मार्गों में मेरी अगुवाई करता है।”*
गीत का सहगान उस सुरक्षा का उल्लेख करता है जो येशु अपने लोगों को शैतान के प्रलोभनों और संकटों से बचाकर देते हैं:
*"शैतान की हर एक साजिश से छुड़ाकर मुझको बचाता है वो"* — यह इफिसियों 6:11-12 के सत्य को दर्शाता है, जहाँ हमें आत्मिक युद्ध से सचेत किया गया है और प्रभु के हथियारों से सुरक्षित रहने का आग्रह है।
गीत के अंतिम भाग में यह कहा गया है:
*“तू है सबसे भला, ओ मेरे येशुआ”* — यह एक सच्चे आराधक का हृदयोद्गार है। प्रभु की भलाई भजन 34:8 में भी वर्णित है:
*“चखकर देखो कि यहोवा कैसा भला है!
इस प्रकार, यह गीत आज के विश्वासी जीवन के हर मोड़ पर उपयुक्त है — चाहे वह पीड़ा हो, असमर्थता हो, या संघर्ष। यह हमें स्मरण कराता है कि येशु मसीह सदा हमारे साथ हैं, मार्गदर्शक, रक्षक, और प्रेम करनेवाले पिता के रूप में।
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