YESHU TERA PYAAR | यीशु तेरा प्यार Christian Song Lyrics
Song Credits:
Lyrics :- Ashish Oreya
Lyrics:
Yeshu tera pyaar sabse uncha hai,
Tera pyaar sabase uncha hai.
Tere charanon mein hum aate hain,
Teree mahima hum gaate hain.
1. Vah maseeh hai jo hamen bachaane aaya,
Apane pyaar se saaree galateeyaan dhone aaya.
2. Usne hamen jeene kee nayee raah dikhaee,
Uske lahoo ne hamaare paapon se mukti dilaaya.
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यीशु तेरा प्यार सबसे ऊंचा है,
तेरा प्यार सबसे ऊंचा है।
तेरे चरणों में हम आते हैं,
तेरी महिमा हम गाते हैं।
1. वह मसीह है जो हमें बचाने आया,
अपने प्यार से सारी गलतीयाँ धोने आया।।
2. उसने हमें जीने की नयी राह दिखाई,
उसके लहू ने हमारे पापों से मुक्ति दिलाई।।
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📌(Disclaimer):
All rights to lyrics, compositions, tunes, vocals, and recordings shared on this website belong to their original copyright holders.
This blog exists solely for spiritual enrichment, worship reference, and non-commercial use.
No copyright infringement is intended. If any content owner wishes to request removal, kindly contact us, and we will act accordingly.
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👉The divine message in this song👈
**परिचय:**
"**यीशु तेरा प्यार सबसे ऊंचा है**" यह गीत एक सरल लेकिन अत्यंत गूढ़ और आत्मीय गीत है जो प्रभु यीशु मसीह की **निस्वार्थ प्रेम**, **त्याग**, और **मुक्तिदायक कार्य** को सुंदरता से दर्शाता है। लेखक **आशीष ओरैया** द्वारा रचित इस गीत में विश्वासियों की भावनाओं, विनम्रता और आभार की झलक मिलती है।
यह गीत सिर्फ आराधना का माध्यम नहीं है, बल्कि यह हमें याद दिलाता है कि मसीह का प्रेम सभी सीमाओं से ऊपर है और यह प्रेम हमारे पापों को धोकर हमें नई जीवन-शैली में चलने का अवसर देता है।
🔷 **पंक्ति 1: “यीशु तेरा प्यार सबसे ऊंचा है”**
गीत की पहली ही पंक्ति प्रभु यीशु के प्रेम की महानता की घोषणा करती है –
> "तेरा प्यार सबसे ऊंचा है।"
यहाँ "ऊंचा" शब्द मात्र भौगोलिक ऊंचाई नहीं बल्कि **मूल्य**, **महानता**, **दया**, और **शाश्वतता** का प्रतीक है। संसार में बहुत प्रकार का प्रेम होता है – माता-पिता का, भाई-बहन का, दोस्तों का – लेकिन यीशु का प्रेम **निःस्वार्थ, पवित्र और अनंत** है।
📖 *यूहन्ना 15:13:*
> “इससे बड़ा प्रेम कोई नहीं कि कोई अपने मित्रों के लिए अपना प्राण दे।”
यीशु ने यही किया — उन्होंने सबके लिए प्राण दिए। इसलिए उनका प्रेम सबसे ऊँचा, सबसे महान और सबसे विश्वसनीय है।
🔷 **“तेरे चरणों में हम आते हैं, तेरी महिमा हम गाते हैं”**
यीशु के चरणों में आना एक **समर्पण** का प्रतीक है। हम जब यीशु के चरणों में झुकते हैं, तो हम अपने अभिमान, पाप, चिंता और दुविधा को छोड़ देते हैं।
**महिमा गाना** मसीही जीवन का अभिन्न हिस्सा है। जब कोई मसीही यीशु के चरणों में आता है और उसकी महिमा गाता है, तो वह यह स्वीकार करता है कि यीशु ही उसके जीवन का राजा है।
📖 *भजन संहिता 95:6:*
> “आओ, हम झुकें और दण्डवत करें; अपने कर्ता यहोवा के सम्मुख घुटने टेकें।”
यह पंक्ति हमें आराधना के हृदय में ले जाती है — जहां हम अपनी सारी कमजोरी और निराशा को प्रभु के चरणों में अर्पण करते हैं।
🔷 **बंद 1: “वह मसीह है जो हमें बचाने आया”**
यीशु मसीह का आगमन मानवजाति के उद्धार के लिए हुआ। यह पंक्ति *मत्ती 1:21* की याद दिलाती है:
> “तू उसका नाम यीशु रखना क्योंकि वह अपने लोगों को उनके पापों से उद्धार देगा।”
**“अपने प्यार से सारी गलतीयां धोने आया”** –
यह पंक्ति यीशु के प्रेम की **शुद्धिकारी शक्ति** को दर्शाती है। संसार के किसी भी व्यक्ति या धर्मसंस्था में यह सामर्थ्य नहीं है कि वह पापों को धो सके। केवल यीशु का बलिदान और प्रेम ही ऐसा कर सकता है।
📖 *1 यूहन्ना 1:7:*
> “यदि हम प्रकाश में चलें... तो यीशु का लहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है।”
🔷 **बंद 2: “उसने हमें जीने की नयी राह दिखाई”**
यीशु ने न केवल उद्धार दिया, बल्कि एक नई जीवन-शैली भी सिखाई। उनका जीवन प्रेम, क्षमा, नम्रता, और सेवा से परिपूर्ण था।
📖 *यूहन्ना 14:6:*
> “यीशु ने कहा, मार्ग, सत्य और जीवन मैं ही हूं।”
यीशु मार्ग दिखानेवाले नहीं हैं — वे स्वयं मार्ग हैं। जब हम उनके बताए अनुसार चलते हैं, तो हमारा जीवन बदलता है।
**“उसके लहू ने हमारे पापों से मुक्ति दिलाई”** –
यह वाक्य उद्धार के सार को व्यक्त करता है। यीशु का लहू केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि आत्मिक रूप से **शुद्ध करनेवाला**, **बचानेवाला**, और **मुक्ति देनेवाला** है।
📖 *इब्रानियों 9:22:*
> “रक्त बहाए बिना पापों की क्षमा नहीं होती।”
🔷 **गीत का आत्मिक प्रभाव:**
यह गीत किसी बड़े संगीत संयोजन पर आधारित नहीं है, बल्कि इसकी **सरलता ही इसकी गहराई** है। यह गीत:
* पाप में फंसे व्यक्ति को आशा देता है
* आत्मा को झुका देता है
* आराधना की भावना को जागृत करता है
* आत्मिक चंगाई और नवीनीकरण की ओर प्रेरित करता है
“यीशु तेरा प्यार सबसे ऊंचा है” एक भावपूर्ण प्रार्थना है जो हर मसीही के हृदय से निकली हुई लगती है। यह हमें प्रभु की गोद में ले जाती है, जहाँ हम उसकी कृपा, प्रेम और उद्धार को अनुभव करते हैं।
🙏 यह गीत हमें याद दिलाता है:
* कि यीशु का प्रेम सब पर भारी है,
* कि वह पापों को धोने आया,
* और उसने हमें नया जीवन और नई दिशा दी।
**हमारे हृदय की प्रतिक्रिया केवल यही होनी चाहिए – समर्पण, आराधना और कृतज्ञता।**
बिलकुल, आइए **"यीशु तेरा प्यार सबसे ऊंचा है"** गीत की व्याख्या को थोड़ा और गहराई से आत्मिक रूप से जारी रखें।
🔷 **यीशु का प्यार – सब बंधनों से मुक्त करनेवाला प्रेम**
यीशु का प्रेम केवल भावनात्मक स्तर पर नहीं है, यह **व्यवहारिक और कार्यकारी** है। जब हम कहते हैं,
> "यीशु तेरा प्यार सबसे ऊँचा है",
> तो हम यह स्वीकार करते हैं कि उसका प्रेम हमें **पाप**, **भय**, **अस्वीकृति**, और **नाश** से बाहर निकालता है।
**प्रभु यीशु के प्रेम में**:
* कोई निंदा नहीं है (रोमियों 8:1)
* कोई डर नहीं है (1 यूहन्ना 4:18)
* कोई सीमा नहीं है (रोमियों 8:38-39)
यीशु का प्रेम हमें **स्वीकार करता है जैसे हम हैं**, लेकिन वहाँ नहीं छोड़ता – वह हमें **बदलता है, सुधरता है, और ऊँचाई पर ले जाता है।**
🔷 **तेरे चरणों में हम आते हैं – यह एक निमंत्रण है विनम्रता का**
जब हम कहते हैं कि हम तेरे चरणों में आते हैं, तो यह दर्शाता है कि हम अपने **सभी बोज**, **पश्चाताप**, और **कृतज्ञता** लेकर प्रभु के पास आ रहे हैं।
📖 *मत्ती 11:28:*
> "हे सब परिश्रम करनेवालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा।"
यह गीत हमें प्रभु के पास लौटने का निमंत्रण भी देता है — विशेषकर तब जब हम संसार में भटक गए हों।
🔷 **यीशु हमारे जीवन की दिशा हैं – उन्होंने नई राह दिखाई**
गीत की ये पंक्ति –
> "उसने हमें जीने की नयी राह दिखाई,"
> हर मसीही के लिए **नया जीवन**, **नई सोच**, और **नई दृष्टि** की शुरुआत का संकेत देती है।
यीशु हमें केवल धर्म नहीं सिखाते, बल्कि **जीवन जीने की कला सिखाते हैं।**
वह कहते हैं – *"जो कोई मेरा अनुयायी बनना चाहे, वह अपने आप का इंकार करे, अपनी क्रूस उठाए और मेरे पीछे हो ले।"* (लूका 9:23)
**यह गीत मसीही जीवन के तीन मुख्य स्तंभों को दर्शाता है:**
1. **प्रेम** (यीशु का अनंत प्रेम)
2. **उद्धार** (पापों से मुक्ति)
3. **अनुसरण** (नई जीवन दिशा में चलना)
🔷 **गीत की उपयोगिता – आत्मिक आराधना और साक्षात्कार का माध्यम**
यह गीत विशेष रूप से उपयोगी है:
* **प्रार्थना सभाओं में**
* **आराधना सेवाओं में**
* **युवा सम्मेलनों में**
* **व्यक्तिगत आत्म-चिंतन में**
यह न केवल हृदय को छूता है, बल्कि आत्मा को गहराई से जागृत करता है। ऐसे गीत आज की पीढ़ी को याद दिलाते हैं कि **प्रभु का प्रेम ही असली शांति और पहचान का स्रोत है।**
🔚 **अंतिम विचार और प्रेरणा**
इस गीत के माध्यम से हम जो सिखते हैं, वह यह है:
✅ यीशु का प्रेम **हमारी गलतियों से बड़ा है**
✅ वह हमें **नई राह** दिखाने आया
✅ उसका बलिदान हमें **पापों से स्वतंत्र करता है**
✅ उसका चरण ही **आराम और महिमा का स्थान** है
**"यीशु तेरा प्यार सबसे ऊंचा है"** केवल एक गीत नहीं – यह एक *प्रार्थना*, *साक्षात्कार*, और *विनम्र समर्पण* है।
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