💓 MANDIR / मंदिर Christian Hindi Song Lyrics 💓
😍 Song Information 👈
The song "Mandir" (मंदिर) is a heartfelt Christian devotional piece that beautifully captures the essence of faith and spirituality. Written and composed by Naresh Chetry, the lyrics reflect a deep connection with God, portraying the heart as a sacred temple where divine grace resides. Rubina BK's soulful voice brings life to the song, resonating with listeners on a spiritual level. The vocal arrangement, designed by Rajat BK, enhances the worshipful atmosphere, blending harmonies and melodies that elevate the listening experience.
This song inspires worship and reminds believers of the sanctity of their relationship with God, making it a perfect addition to Christian gatherings and personal devotions.
गीत की मुख्य विशेषताएँ:
1. *प्रभु की करुणा और अनुग्रह*
गीत का प्रारंभ प्रभु यीशु के द्वारा किए गए अपार अनुग्रह और रहमत की प्रशंसा से होता है। इसमें कहा गया है कि उन्होंने हमारे शरीर को अपना मंदिर बनाया और हमारे मन को अपना निवास स्थान।
2. *प्रभु का सार्वभौमिक अधिकार*:
यीशु को स्वर्ग और पृथ्वी के स्वामी के रूप में मान्यता दी गई है, फिर भी उन्होंने प्रेमपूर्वक हमारे मन में निवास करना चुना है। यह उनके अद्भुत प्रेम और करुणा को दर्शाता है।
3. *मनुष्य के हृदय में ईश्वर का निवास*:
गीत में यह भावना गहराई से व्यक्त होती है कि प्रभु हमारे दिल में वास करते हैं, और उनके बिना जीवन का कोई मूल्य नहीं है। यह विचार कि हमारे दिल को उन्होंने अपना सिंहासन बनाया, एक आत्मिक आनन्द प्रदान करता है।
4. *मंदिर और उपासना का प्रतीकात्मक अर्थ*:
गीत में "मैं मंदिर हूँ तेरा" के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि हमारा जीवन और शरीर प्रभु की महिमा के लिए समर्पित होना चाहिए। इसमें निरंतर उपासना और आराधना करने का आह्वान है।
5. *व्यक्तिगत संबंध का महत्व*:
यह गीत एक अंतरंग और व्यक्तिगत प्रार्थना के रूप में लिखा गया है, जहाँ विश्वासियों का यह आभार है कि प्रभु ने उनके दिल को आशीर्वादित किया है।
संगीत और प्रदर्शन:
- *रचना और संगीतकार*:
इस गीत को **नरेश चेतेरी** ने लिखा और स्वरबद्ध किया है, जिससे इसके बोलों में गहराई और प्रभावशाली संगीत संयोजन हुआ है।
- *गायिका*:
*रुबिना बी.के.* ने अपनी भावपूर्ण गायकी के माध्यम से इस गीत को आत्मीयता प्रदान की है।
- *वोकल डिज़ाइन*:
*रजत बी.के.* ने वोकल डिज़ाइन में योगदान दिया, जो गीत की लय और माधुर्य को परिपूर्ण बनाता है।
गीत का संदेश:
इस गीत का मुख्य संदेश यह है कि प्रभु यीशु ने अपने प्रेम और अनुग्रह से हमारे हृदयों को अपना घर बनाया है। यह विश्वासियों को उनकी उपासना और जीवन को पूरी तरह से प्रभु को समर्पित करने के लिए प्रेरित करता है। साथ ही, यह गीत प्रभु की करुणा के लिए आभार और स्तुति प्रकट करता है।
निष्कर्ष:
"इतना रहम तूने मुझ पर कर दिया प्रभु" एक ऐसा गीत है जो ईसाई विश्वासियों के मन में प्रभु के प्रति भक्ति, प्रेम, और आभार की गहरी भावना उत्पन्न करता है। इसके आत्मीय बोल और मधुर संगीत आराधना में आनंद और शांति का अनुभव कराते हैं।Song More Information After Lyrics 👈
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👉Song Credits 💕
written/ composed: Naresh chetrySinger: Rubina bk 👉 LYRICS 🙋
इतना रहम तूने मुझ पर कर दिया प्रभु,
मेरे शरीर को मंदिर बनाया,
मन को बनाया घर।
मालिक है तू स्वर्ग का,
यह जहां भी तेरा है,
फिर भी यीशु ने मेरे मन को
अपना बसेरा बनाया है। (2)
📌 महत्वपूर्ण नोट:
इस गीत के बोल, स्वर और संगीत के अधिकार उनके मूल स्वामियों के हैं। हम इस पृष्ठ पर इस गीत के पूरे बोल शामिल नहीं कर रहे हैं, लेकिन हम इसे आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि, व्याख्या और पूजा में इसका उपयोग करने के तरीके के लिए साझा कर रहे हैं।
Praise The Lord 💜
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💕Song More Information 👈
👉 LYRICS 🙋
इतना रहम तूने मुझ पर कर दिया प्रभु,
मेरे शरीर को मंदिर बनाया,
मन को बनाया घर।
मालिक है तू स्वर्ग का,
यह जहां भी तेरा है,
फिर भी यीशु ने मेरे मन को
अपना बसेरा बनाया है। (2)
📌 महत्वपूर्ण नोट:
इस गीत के बोल, स्वर और संगीत के अधिकार उनके मूल स्वामियों के हैं। हम इस पृष्ठ पर इस गीत के पूरे बोल शामिल नहीं कर रहे हैं, लेकिन हम इसे आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि, व्याख्या और पूजा में इसका उपयोग करने के तरीके के लिए साझा कर रहे हैं।
Praise The Lord 💜*************
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*"इतना रहम तूने मुझ पर कर दिया प्रभु" - गीत विवरण* 👈
यह गीत प्रभु यीशु मसीह के प्रति आभार और भक्ति की अभिव्यक्ति है। यह उनके असीम प्रेम, दया, और कृपा को दर्शाता है, जिन्होंने अपने अनुयायियों के मन और जीवन को अपनी उपस्थिति से धन्य किया। गीत में व्यक्ति के मन को प्रभु का मंदिर और उनके लिए निवास स्थान के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
*गीत के मुख्य अंश:* 👈
1. *प्रभु का अनुग्रह और प्रेम*:
- प्रभु यीशु की करुणा और दया को गीत का आधार बनाया गया है।
- "मेरे शरीर को मंदिर बनाया, मन को बनाया घर" पंक्ति से यह स्पष्ट होता है कि प्रभु का अनुग्रह व्यक्ति के जीवन को पवित्र और मूल्यवान बनाता है।
2. *सृष्टि का स्वामी और व्यक्तिगत संबंध*:
- प्रभु यीशु स्वर्ग और इस संसार के स्वामी हैं, फिर भी उन्होंने व्यक्ति के मन को अपना बसेरा बनाया।
- यह गीत व्यक्ति और प्रभु के बीच गहरे व्यक्तिगत संबंध को दर्शाता है।
3. *मंदिर के रूप में मन*:
- व्यक्ति के शरीर और मन को प्रभु का मंदिर बताते हुए, उनकी उपासना और प्रार्थना का महत्व उजागर किया गया है।
- यह पंक्तियाँ ("मैं मंदिर हूँ तेरा, तू ही राज करे सदा") व्यक्ति के जीवन में प्रभु के सर्वोच्च स्थान और उनकी निरंतर उपस्थिति की याद दिलाती हैं।
4. *दुनिया और दिल का संबंध*:
- "यह सारी दुनिया तुझसे जुड़ी है, और तू मेरे दिल में बसा" यह पंक्तियाँ प्रभु की सार्वभौमिकता और व्यक्तिगत निकटता को एक साथ प्रकट करती हैं।
5. *आशीर्वाद और आभार*:
- प्रभु की उपस्थिति को सबसे बड़ा आशीर्वाद मानते हुए, गीत उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता है।
- "इस दिल में तू रहता है" यह वाक्य प्रभु के प्रति पूर्ण समर्पण और आभार को दर्शाता है।
*गीत का आध्यात्मिक संदेश:*👈
1. *पवित्रता और उपासना*
- यह गीत इस तथ्य पर बल देता है कि हर व्यक्ति का मन और शरीर प्रभु का मंदिर है, जहाँ उनकी उपासना और प्रार्थना होनी चाहिए।
2. *व्यक्तिगत संबंध*:
- गीत में प्रभु यीशु को हर व्यक्ति के जीवन का केंद्र और मार्गदर्शक बताया गया है।
3. **प्रभु की महिमा*:
- यह गीत प्रभु की दया, कृपा और प्रेम की महिमा करता है, जो व्यक्ति को संपूर्णता का अनुभव कराता है।
*विशेषताएँ:*
- *आत्मिकता*:
गीत में गहराई से आत्मिक भावनाओं को व्यक्त किया गया है, जो सुनने वालों के दिलों को छूती हैं।
- *प्रेरणा और भक्ति*:
यह गीत प्रभु की महिमा को न केवल शब्दों से व्यक्त करता है, बल्कि उनके प्रति पूर्ण समर्पण की प्रेरणा भी देता है।
- *सादगी और गहराई*:
सरल शब्दों में गहरे आध्यात्मिक अर्थ को व्यक्त किया गया है, जो इसे हर व्यक्ति के लिए सुलभ और अर्थपूर्ण बनाता है।
*निष्कर्ष:*👈
"इतना रहम तूने मुझ पर कर दिया प्रभु" एक आत्मा को छू लेने वाला गीत है जो प्रभु यीशु की असीम दया और व्यक्ति के प्रति उनके प्रेम का उत्सव मनाता है। यह गीत हर श्रोता को अपने भीतर प्रभु के मंदिर को महसूस करने और उनकी महिमा में जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है।
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